चाँद

शिव जी के बालों में टंगा
‘हेअर बैंड’ के जैसा चाँद

रात के साँवले गाल के ऊपर
आँसू का एक कतरा चाँद

बच्चों के खेलों का मोहरा
कंचों जैसा कंजा चाँद

बिन बिजली के हर गाँव में
‘लाइट बल्ब’ का सपना चाँद

तनख्वाह वाले रोज की रौनक
ताम्बई सिक्के जैसा चाँद

दिन-भर के भूखे-प्यासे को
रोटी जैसा दिखता चाँद

गर्मी की रातों में अक्सर
छत पर सोता मेरा चाँद

धरती है जो बाँट ली सब ने
बँटा नहीं अभी, अपना चाँद

will try to translate it as i feel it is easier this time 🙂

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